Thursday, 1 October 2015

पठान: मैं मरने के....

पठान: मैं मरने के बाद अपना दिमाग हॉस्पिटल में दान करना चाहता हूँ। सिंधी: हाँ सही है। तुम्हारा दिमाग उनके बहुत काम आएगा। पठान: वो कैसे? सिंधी: डॉक्टरों को भी पता चल जायेगा कि जो दिमाग कभी इस्तेमाल ही नहीं हुआ वो कैसा होता है। today msn news today msn news today msn news today msn news today msn news today...

पठान के तलाक़ का....

पठान के तलाक़ का मुक़दमा अदालत में चल रहा था। जज: मैंने इस मुक़दमे के बारे में यह फैंसला किया है कि तुम्हारी बेगम को हर महीने 20 000 रुपये मुआवजे के तौर पर मिलेंगे। पठान: बहुत-बहुत मेहरबानी जज साहब और हाँ कभी-कभी मेरे पास पैसे होंगे तो मैं भी थोड़े पैसे दे दिया करूँगा। today msn news today msn news today...